राजस्थान में लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के संदर्भ में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दोनों ही अपने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। बीजेपी ने 15 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि कांग्रेस ने 10 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का चयन किया है। इस बीच, कुछ सीटों पर अभी भी उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाया है, जिससे राजनीतिक अनिश्चितता बनी हुई है।
राजस्थान चुनाव: बीजेपी और कांग्रेस की उम्मीदवारों की घोषणा,
राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं, और चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 12 सीटों और दूसरे चरण में 13 सीटों पर मतदान होगा। इस चुनावी माहौल में, बीजेपी अपने मजबूत संगठनात्मक ढांचे के बल पर विजयी होने की आशा कर रही है, जबकि कांग्रेस अशोक गहलोत की राजनीतिक साख पर भरोसा कर रही है। गहलोत की छवि एक साफ-सुथरे और ईमानदार नेता की रही है, और उनके नेतृत्व में कांग्रेस को राज्य में एक नई दिशा मिल सकती है।
“राजस्थान चुनाव: बीजेपी और कांग्रेस की उम्मीदवारों की घोषणा, जयपुर ग्रामीण में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तेज”
इसके अलावा, सचिन पायलट की युवाओं और गुर्जर समुदाय के बीच लोकप्रियता भी कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। हालांकि, गहलोत और पायलट के बीच सत्ता संघर्ष से पार्टी की आंतरिक एकता पर प्रश्न उठते हैं।
विगत लोकसभा चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है, और विधानसभा चुनावों में भी उसने कांग्रेस को पराजित किया है। इससे बीजेपी को लोकसभा चुनावों में भी जीत की उम्मीद है। इसके अलावा, विभिन्न घोटालों और परियोजनाओं पर की गई कार्रवाई से बीजेपी को युवा मतदाताओं का समर्थन प्राप्त हो सकता है।
अंत में, जयपुर शहर लोकसभा सीट पर राममचरण बोहरा का टिकट कटने की चर्चा है, जो बीजेपी के टिकट पर दो बार सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर कई नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, जिससे इस सीट पर राजनीतिक प्रतिस्पर्धा की स्थिति बनी हुई है।
पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, राघव शर्मा, शैलेंद्र भार्गव, विधायक गोपाल शर्मा, कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पंडित सुरेश मिश्रा समेत कई नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं.
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट
जयपुर ग्रामीण सीट पर भी बीजेपी अभी तक कोई नाम तय नहीं कर पाई है. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए लालचंद कटारिया का नाम तेजी से चर्चा में है. कटारिया यहां से दो बार चुनाव जीतकर यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
राजस्थान में एनडीए का दबदबा
राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर बीते दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-एनडीए का दबदबा कायम रहा है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया. विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत भी लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. प्रश्न पत्र लीक मामलों में बड़ी कार्रवाई से जहां युवा मतदाता बीजेपी की ओर आकर्षित हो सकते हैं, वहीं पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना- ईआरसीपी को लेकर बीजेपी का दावा है कि राज्य सरकार ने केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर इस दिशा में काम आगे बढ़ाया है.