जयपुर में ऐतिहासिक राम कथा: जगद्गुरु रामभद्राचार्य और डॉ. कुमार विश्वास के सानिध्य में लाखों राम भक्त होंगे शामिल
जयपुर, 7-15 नवम्बर 2024: जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में इस साल की सबसे बड़ी धार्मिक घटना के रूप में श्री बालाजी गौशाला संस्थान, सालासर और विद्याधर नगर स्टेडियम आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में ऐतिहासिक राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का संचालन परम पूज्य जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज करेंगे। उनके साथ इस राम कथा में विश्व विख्यात कवि और युग वक्ता डॉ. कुमार विश्वास भी राम कथा के गूढ़ रहस्यों से श्रोताओं को अवगत करवाएंगे।
यह आयोजन 7 से 15 नवम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से आयोजित होगा, जहाँ प्रतिदिन लगभग 50,000 राम भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है। इस आयोजन के संयोजक राजन शर्मा (मारुति कॉस्टिंग) हैं, और आयोजन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए अनील संत (एडवोकेट) से 9829023527 पर संपर्क किया जा सकता है। राजन शर्मा ने बताया कि इस आयोजन को लेकर भव्य तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें 100 से अधिक तोरण द्वार एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल तक सजाए जाएंगे और हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी।
विशेष आयोजन: 6 नवम्बर की भव्य कलश यात्रा
6 नवम्बर को इस कार्यक्रम का शुभारंभ एक विशाल कलश यात्रा से होगा, जिसमें 5100 महिलाएं भाग लेंगी। यह यात्रा जयपुर की सड़कों पर एक धार्मिक और सांस्कृतिक संगम का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगी। राजस्थान भर से हजारों श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेकर इस महायज्ञ का हिस्सा बनेंगे।
प्रमुख अतिथि और राजनीतिक हस्तियां
इस भव्य राम कथा का पोस्टर राजस्थान की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, और राजस्थान के राज्यपाल हरिभाहु बागडे के हाथों विमोचित किया जा चुका है। राज्य के शीर्ष राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां इस आयोजन में शामिल होकर इसे एक ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान कर रही हैं।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य और डॉ. कुमार विश्वास का योगदान
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अपने ज्ञान और प्रवचनों से राम कथा को जीवन के हर पहलू से जोड़कर प्रस्तुत करेंगे, जिससे श्रोता न केवल धार्मिक शिक्षा पाएंगे, बल्कि उनके प्रवचनों के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता भी बढ़ेगी।
वहीं, डॉ. कुमार विश्वास, जो अपनी ओजस्वी वाणी और अद्वितीय वक्तृत्व कौशल के लिए जाने जाते हैं, राम कथा के गूढ़ रहस्यों को बेहद आकर्षक और सरल ढंग से प्रस्तुत करेंगे। यह उनकी पहली बार की राम कथा प्रस्तुति होगी, जिसे लेकर उत्साह चरम पर है। उनके भावनात्मक और प्रेरणादायक शब्दों से हजारों राम भक्तों के दिलों को छूने की उम्मीद है।
संतों-महंतों और राम भक्तों का समागम
इस आयोजन में हजारों संत-महंतों के साथ राजस्थान भर से लाखों राम भक्तों के जुड़ने की उम्मीद है। संयोजक ने बताया कि यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाने के साथ ही राम भक्तों के लिए एक अभूतपूर्व आध्यात्मिक अनुभव साबित होगा।
शानदार तैयारियां और व्यवस्थाएं
राजन शर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक के मार्ग को 100 से अधिक तोरण द्वारों से सजाया जाएगा। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा का आयोजन भी किया जाएगा, जो इस आयोजन को और भव्य बनाएगा।
इस आयोजन के संयोजक राजन शर्मा (मारुति कॉस्टिंग) हैं, और आयोजन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए अनील संत (एडवोकेट) से 9829023527 पर संपर्क किया जा सकता है।
यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि जयपुर के इतिहास में एक यादगार अध्याय जोड़ने जा रहा है। हजारों लोग इस अद्वितीय राम कथा के गवाह बनेंगे, और यह आयोजन राजस्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
विद्याधर नगर स्टेडियम आयोजन समिति के सचिव अनिल संत ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और भगवान राम की कथा सुनने के लिए जयपुर में आकर इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनें।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य: एक दृष्टिहीन संत, विद्वान, और समाजसेवी
जगद्गुरु रामभद्राचार्य, जो न केवल एक प्रतिष्ठित धार्मिक गुरु हैं बल्कि एक प्रख्यात विद्वान, शिक्षाविद, और समाजसेवी भी हैं, इस राम कथा का संचालन करेंगे। उनका जन्म 14 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में हुआ था। बचपन में ही दृष्टिहीन हो जाने के बावजूद उन्होंने धर्म, साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है।
प्रमुख उपलब्धियां:
1. शिक्षा और समाज सेवा: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय की स्थापना की, जो दिव्यांग छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करने वाला विश्व का पहला और एकमात्र विश्वविद्यालय है।
2. धार्मिक योगदान: वे तुलसीपीठ, चित्रकूट के संस्थापक और पीठाधीश्वर हैं, और रामानंद सम्प्रदाय के वर्तमान आचार्य हैं। उन्हें तुलसीदास के जीवन और कार्यों पर गहन अधिकार प्राप्त है, और उन्होंने 80 से अधिक ग्रंथों की रचना की है।
3. राम मंदिर निर्माण में योगदान: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में उनका विशेष योगदान रहा है। उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
राम कथा का महत्व:
जगद्गुरु रामभद्राचार्य की राम कथा, धर्म, अध्यात्म, और सामाजिक सद्भाव के संदेशों का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उनकी कथा सुनने के लिए देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस कथा के माध्यम से वे रामायण के मूल्यों और आदर्शों को समाज में प्रसारित करते हैं।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सांस्कृतिक जागरूकता और एकता को भी बढ़ावा देने का प्रयास है। जयपुर के निवासियों के लिए यह एक विशेष अवसर होगा, जहाँ वे जगद्गुरु रामभद्राचार्य जैसे महान संत के प्रवचनों से लाभान्वित हो सकेंगे।