"संजय सिंह के मामले पर शत्रुघ्न सिन्हा से की बातचीत"

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 "संजय सिंह के मामले पर शत्रुघ्न सिन्हा से की बातचीत"

"संजय सिंह के मामले पर शत्रुघ्न सिन्हा से की बातचीत"


संजय सिंह के मामले पर शत्रुघ्न सिन्हा से बातचीत करने पर उन्होंने कहा। कि वहां देर है पर अंधेर नहीं है हम तो पहले से ही मानते थे और जानते थे कि संजय सिंह निर्दोष है संजय सिंह जो की बहुत ही क्रांतिकारी नेता हैं मुझे ये भी लगता था बाकी लोग तरह के ये सरकार या रोलिंग पार्टी के आंखो में एक कांटा बन चुके हैं देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी जो है इस पर बहुत ही बहुत बोखलाहट से घबराहट से परेशानी से ये चिंता से डर से गुजर रहे हैं तो फिर शाम दाम दंड भेद भय कर के का रूप दिखाते हुए लोगों को अपने तरफ खच रहे है केजरीवाल को जीस तरह से वितरित किया गया देखिये ना ये तो मुझे लगता है बहुत पहले हो जाना चाहिए था या एक तरह से कह सकते कि सत्यमेव जयते वहीं दूसरी तरफ ये भी कहा जा सकता है कि वहाँ देर है मगर अंधेर नहीं है छे महीने जेल में रहने के बाद ना मनीट्रेल ना कोई सुबूत मिला ये तो साफ दिखता था प्रथम दृष्टया में ही या प्रथम दिन से ये साफ दिख रहा था की राजनैतिक बदले की भावना से संजय सिंह पे या बाकी लोगों पे ये कार्रवाई की गई है अब आप बताइए ये pmla जो के अंदर जो कानून आ गया 45 कि साहब कोई आपको कह रहे है आप मुझे कह देंगे 50करोड़ दिया है तो लीजिये मैं गिरफ्तार हो गया और गिरफ्तार करके और अब मुझे साबित करना है की मैं दोषी नहीं हूँ क्योंकि आपने कह दिया हमने 50करोड़ लिया है तो हम तो दोषी हो गए हमें सब pmla45 के तहत और हमें साबित करना तकाज़ा कानून का इंसाफ का तकाजा है कि मैन इज इनोसेंट टिल प्रूवन गिल्टी एक आदमी निर्दोष होता है जब तक उसको गुनहगार साबित ना किया जा सके यहां उल्टा है इस पर पुनर्विचार होना चाहिए बिल्कुल सब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से हम सब सुप्रीम कोर्ट को बहुत आदर करते हैं सर्वोच्च न्यायालय देश का बहुत ही उसकी कदर करते हैं अब आज इन्होंने कहा है संजय हम तो पहले से ही मानते थे और जानते थे की संजय सिंह निर्दोष हैं संजय सिंह चुकी बहुत ही क्रांतिकारी नेता हैं संजय सिंह को कई बार देखता हूँ सुनता हूँ मैं उनको कह भी चुका हूँ पहले और जगह भी कह चुका हूँ कि मुझे लगता है उनको देखने के बाद कई बार मुझे वो भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर जी की याद दिलाते हैं वो वो दमखम वो साफगोई वो कन्विक्शन वो कॉन्फिडेन्स चंद्रशेखर जी मेरा जो था उसकी बहुत झलक दिखाई पड़ती है संजय सिंह तो मुझे ये भी लगता था बाकी लोग किस सरकार या रूलिंग पार्टी के आँखों में एक कांटा बन चूके हैं इनको उठाया जाएगा जरूर बहाने के साथ उठाया गया कुछ दम नहीं था कोई सबूत नहीं कोई केस नहीं और उठा लिया गया सुप्रीम कोर्ट ने ना सिर्फ थप्पड़ लगाए हैं सरकारी एजेन्सीस को बल्कि आईना भी दिखाया समाज के उन लोगों को जो बदले की भावना से ऐसी हरकत करते हैं संजय सिंह मुझे पूर्ण विश्वास है कि संजय सिंह के साथ साथ जैसे भी केजरीवाल साहब के साथ किया गया है देश के चंद कद्दावर नेताओं में से एक जिनकी अपनी छवि इतनी अच्छी है देश विदेशों में की आज अमेरिका से लेकर जर्मनी से लेके यूनाइटेड नेशन तक उनके समर्थन में आज बात कर रहा है और कह रहा है क्या गलत हुआ उसी के पहले आप जैन साहब के साथ देखिये जो हुआ यहाँ मनीष सिसोदिया के साथ कितना बढ़िया उसने काम किया है दिल्ली के स्कूलों के मामले में पूरे स्कूल को जो उसने किया है जो नवीनीकरण किया है जो आधुनिकरण किया है उसका आज बहुत सारे लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकाल के दिल्ली में सरकारी स्कूल में भर्ती करा रहे हैं और भर्ती कराने के लिए लालायित रहते है किसी भी रिज़ल्ट के मामले में स्पोर्ट्स के मामले में अबरिन के मामले में एजुकेशन के मामले में हेल्थ ऐंड हाईजीन के मामले में जो नायाब प्रदर्शन करके दिखाया है हमारे अपने सिसोदिया जी ने एक रोल मॉडल बनकर खड़े हुए बट ऐसे लोगों की आज की राजनीति में जहाँ ज्यादा कदर होनी चाहिए तो वो ऐसी कदर होती नहीं है ये लोग आंख का तारा बनना चाहिए था ऐसे लोगों को रोल मॉडल्स को ये इनको आँखों की किरकिरी आँखों का कांटा बन जाते हैं और इसलिए कई बार दिखता है ऐसा की इनको उठाया जाता है उठा लिया गया भारत की जनता सब समझ रही है अब तो विश्व की जनता समझ रही है कि भारतीय जनता पार्टी के हमारे दोस्त जीतने है रूलिंग पार्टी के हमारे जीतने अपने लोग हैं और हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी खासकर भारतीय जनता पार्टी के एनडीए या देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी जो है इस पर बहुत ही बौखलाहट से घबराहट से परेशानी से चिंता से डर से गुजर रहे हैं तो फिर शाम दाम दंड भेद भय करके का रूप दिखाते हुए लोगों को अपने जो खींच रहे हैं जबरदस्ती खिंच रहे हैं डरा रहे हैं वो सरकारी एजेंसीज़ का डर दिखा के करप्शन में फंसा दिया जाएगा ऐसा बोल के कुछ लोग आते हैं सामने और उसको फिर उठाते हैं और जब वह भारतीय जनता पार्टी में और एनडीए में शामिल हो जाते हैं तो उनके वॉशिंग मशीन से निकल के एक दम चमक जाते हैं सारी कहानी खत्म होने सारे दाग धुल जाते हैं लेकिन अगर नहीं आते हैं और न ही मानते हैं अपने निष्ठा पे और अपने कमिटमेंट पे अगर वो अडिक रहते हैं तो फिर ऐसे लोगों को तकलीफ दिया जाता है रगड़ा जाता है जेल भेजा जाता है ये तो अच्छी बात नहीं है ANI की रिर्पोट
Source ANI

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