प्रधानमंत्री पर शंकराचार्य का तीखा बयान, 'कसाई' शब्द का किया प्रयोग
3फरवरी 2025 – शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने हाल ही में अपने एक बयान में प्रधानमंत्री को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने अपने एक भाषण में प्रधानमंत्री के लिए 'कसाई' शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे राजनीतिक और धार्मिक हलकों में हलचल मच गई है।
शंकराचार्य ने क्यों कहा प्रधानमंत्री को 'कसाई'?
अपने बयान में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह शब्द प्रधानमंत्री की नीतियों में हुए बदलाव को उजागर करने के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा,
"प्रधानमंत्री बनने से पहले गौ हत्या को लेकर उनका रुख बहुत स्पष्ट और संवेदनशील था। उन्होंने कहा था कि गौ हत्या उनके हृदय को पीड़ा पहुंचाती है। लेकिन सत्ता में आने के बाद उनके विचार और नीतियां पूरी तरह बदल गई हैं।"
उन्होंने आगे कहा,
"10 साल तक जब किसी लोहे के टुकड़े पर जंग लग जाती है, तो उसे पटक कर साफ किया जाता है। हमारे प्रधानमंत्री जी के विचारों में इतनी अधिक जंग लग चुकी है कि उसे बिना पटक कर हटाना मुश्किल हो गया है। इसलिए मैंने कठोर शब्दों का प्रयोग किया ताकि उन्हें एहसास हो कि वे किस दिशा में जा रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर बयान हुआ वायरल
शंकराचार्य का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ लोग उनके विचारों से सहमत हैं और इसे हिंदू धर्म और गौ रक्षा के प्रति सरकार की नीतियों में गिरावट का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे अत्यधिक आक्रामक बयान मानते हुए इसकी आलोचना कर रहे हैं।
राजनीतिक और धार्मिक प्रभाव
शंकराचार्य का यह बयान न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी बड़ी बहस को जन्म दे सकता है। गौ हत्या और उससे जुड़ी नीतियां हमेशा से संवेदनशील मुद्दा रही हैं, और शंकराचार्य द्वारा प्रधानमंत्री के लिए कठोर शब्दों का उपयोग इस मुद्दे को और गरमा सकता है।
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देती है। क्या प्रधानमंत्री इस पर कोई टिप्पणी करेंगे, या इसे नजरअंदाज कर दिया जाएगा?
निष्कर्ष
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का यह बयान प्रधानमंत्री और सरकार की गौ रक्षा से जुड़ी नीतियों पर सवाल खड़ा करता है। यह बयान राजनीतिक और धार्मिक चर्चा का एक नया विषय बन सकता है और इसके प्रभाव लंबे समय तक देखने को मिल सकते हैं।